इलाज का ख़र्च प्रतिदिन 5 हज़ार रुपये होने की वजह से हॉस्पिटल से वापस आ गया था परिवार

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  बेटे के इलाज का ख़र्च नहीं उठा पाने की वजह से महिला ने पहले बेटे को मारा फिर ख़ुद आत्महत्या कर ली  
 
    
 
  

बेशक सरकार अपनी तरफ़ से गरीबी हटाने के तमाम तरह के दावे कर रही हो, पर असलियत ये है कि देश का एक तबका अब भी मूलभूत संसाधनों के अभाव में जीने को मजबूर है. इसका जीता-जगाता उदाहरण हाल ही में तमिलनाडु के नामक्कल डिस्ट्रिक्ट में देखने को मिला है, जहां एक महिला अपने 6 महीने के बच्चे का इलाज न करा पाने की वजह से उसे कुंए में फेंकने के बाद ख़ुद आत्महत्या कर ली.  Read More

  
     
  कश्मीर में आतंक फैला रहा चोटी-कटवा कौन है, इसका जवाब जिससे पूछो अलग मिलता है  
 
    
 
  

दिल्ली और आस-पास के इलाक़ों में चोटी कटवा ने खूब आतंक मचाया. अब चोटी काटने की ख़बरें कश्मीर से भी आने लगी हैं. इसके पीछे किसका हाथ है, इसका जवाब हर किसी के लिए अलग है. अलगाववादी नेताओं और लोगों का कहना है कि ये सुरक्षा बालों की ही साज़िश है.  Read More

  
 
  

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चिप्स के पैकेट में निकला एक छोटा-सा खिलौना बन गया 4 साल के मासूम की मौत की वजह

शनिवार रात जब सारा देश दुर्गा पूजा और दशहरे के जश्न में डूबा हुआ था. तब कांदिवली के एक घर में 4 साल के बच्चे की मौत की वजह से मातम माहौल छा गया था. दरअसल 4 वर्षीय पियूष खुशवहा दुकान से चिप्स का पैकेट खरीद कर लाया, जिसमें प्लास्टिक का एक खिलौना भी मुफ़्त था.


  
  


वो हिन्दू था पर मर के भी धार्मिक सौहार्द का सन्देश दे गया. कहा 'मुझे जलाया न जाये, दफ़नाया जाये'

झांसी में एक 82 वर्षीय हिन्दू व्यक्ति का अंतिम संस्कार मुस्लिम रिवाज़ से किया गया है. उसे जलाने के बजाय दफ़नाया गया है. ये ही उसकी आखिरी इच्छा थी. मदन मोहन यादव, 'दाऊ समोसे वाले' के नाम से जाने जाते थे. वो पिछले पांच दशकों से अपनी दुकान में मिलने वाले लज़ीज़ समोसों के लिए मशहूर थे.


  
 
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