कई लड़कियों के लिए प्रेरणास्रोत बन चुकी है ये लड़की
Newsletter #SochAajKi TRENDING STORIES श्रद्धा बोल और सुन नहीं पाती, पर काबिलियत के दम पर बनाई महिला क्रिकेट टीम में जगह कहते हैं न कि मेहनत कभी बेकार नहीं जाती. जो लगन के साथ किसी काम को करने की ठान ले, उसका काम एक न एक दिन ज़रूर पूरा होता है. ऐसा ही देखने को मिला है श्रद्धा की ज़िंदगी में. 18 साल की श्रद्धा न तो सुन सकती है और न ही बोल सकती है. फिर भी अपनी कमजोरियों को ठेंगा दिखा कर वो अपनी मंज़िल की ओर निकल पड़ी है. Read More बनारस के बाबा शिवानंद 120 साल की उम्र में भी हैं फिट, भक्त चाहते हैं गिनीज़ बुक में हो नाम दर्ज़ वैदिक काल में मानवीय जीवन को चार आश्रमों में बांटा गया था. जहां ...