जब फ़िल्में पूरे भारत पर बन रही हैं, तो नॉर्थईस्ट का रोल इतना छोटा क्यों है?
Newsletter #SochAajKi OPINION अगर फ़िल्में समाज का आईना होती हैं, तो फिर नॉर्थईस्ट इंडिया की छवि इतनी धुंधली क्यों है? 'सिनेमा' समाज का आईना होता है. ये वही दिखाता है, जो हमारे आस-पास घटित हो रहा होता है. ये न सिर्फ़ हमारा मनोरंजन करता है, बल्कि ये भी बताता है कि समाज के अलग-अलग हिस्सों में लोगों का व्यवहार कैसा है. कहने का मतलब है कि फ़िल्में एक ऐसा ज़रिया है, जिससे हमें दूसरी संस्कृतियों को समझने में मदद मिलती है. Read More MORE STORIES 1 जुलाई से GST के लागू होने के बाद ये चीज़ें होंगी सस्ती, जबकि इन पर पड़ेगी महंगे टैक्स की मार पूर्व सरकार के समय जिन चीज़ों का विरोध हुआ, उनमें उनकी नीतियों के अलावा GST भी एक ऐसा मुद्दा था, जिस पर विपक्ष ने जम...