भारत की गौरव गाथाओं में महिलाओं के सम्मान की रक्षा के प्रसंग हैं.
Newsletter #ArzKiyaHai NEWS एक अनजान महिला की इज़्ज़त बचाने की खातिर अकेला तीन दरिंदों से भिड़ गया यह शख़्स बहुतेरे लोगों ने इसे मात्र मानव की भलाई और सरोकार से जोड़ कर देखा है, जबकि सरोकार और भलाई का काम तो सामाजिक संस्थाएं भी कर ही रही हैं. ऐसे में ऐसा नहीं लगता कि यह शब्द मानवता एक मानव से बहुत दूर चला जाता है और संस्थाओं के बहुत करीब. चलिए सवाल-जवाब बंद करते हैं. यहां हम आपको एक शख़्स की फेसबुक पोस्ट दिखा रहे हैं. Read More करोड़पति पिता ने अपने बेटे को जीवन का पाठ पढ़ाने के लिए केरल भेजा. खुद कमाएगा, खुद खायेगा हमने बहुत से ऐसे अमीर माता-पिता की कहानियां सुनी हैं, जो अपने बच्चों...