7 साल की बच्ची जूझ रही है अपने बलात्कारियों और इस सिस्टम से
Newsletter #SochAajKi MOST POPULAR बचपन में सब आते थे सपनों में, पर भगत सिंह कभी नहीं आया उन दिनों मेरे गांव में बारी-बारी से बिजली आती थी. एक दिन... दिन में, एक दिन... रात में. पर कभी-कभी इन नियमों को ऊलट-पुलट भी कर दिया जाता था. गांव वालों को बिजली की दरकार इतनी नहीं रहती थी, क्योंकि नहर के पानी से भी फसलें अच्छी खासी पक जाया करती थी. बिजली के ज़्यादा मायने थे भी और नहीं भी. चांदनी रातों में लुका-छिप्पी का खेल बहुत खेला है मेरे बचपन ने. उन चांदनी रातों के बाद जब अंधेरी रातें आती थी, तो अंधेरा कीमती लगने लगता था.. Read More 7 लड़कियों के साथ संबंध बनाने वाले लड़के सीना चौड़ा करते हैं, और लड़कियां Slut कहलाती हैं ...