नफ़रत का अंधेरा कितना भी हो, इंसानियत और प्रेम की ताकत उसे हटा देती है.
Newsletter #SochAajKi MOST POPULAR हिंसा के दौर में कश्मीरियों ने दिखाई इंसानियत, सेना के जवान को क्षतिग्रस्त गाड़ी से निकाल बचाई जान रात कितनी भी घनी क्यों न हो, सवेरे रौशनी छा ही जाती है, वैसे ही नफ़रत कितनी भी कोशिश करे, इंसानियत और प्रेम के आगे हार ही जाती है. आतंकी संगठन हिजबुल-मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी को 8 जुलाई के दिन सुरक्षाबलों द्वारा मारे जाने के बाद से ही कश्मीर में काफ़ी तनावपूर्ण हालात लगातार बने हुए है. Read More ये है विराट, रोज आठ किलो दूध पीता है और तीन बार नहाता है, कीमत है 18 लाख देश में नवरात्रों की धूम है और जगह-जगह खूबसूरत मेलों ने नवरात्र की चमक को और बढ...