टीचर ने कहा कि वो पहले भी ऐसी सज़ा दे चुकी हैं
Newsletter #SochAajKi OPINION मैं एक मां हूं... और रोज़ अपने बच्चे को स्कूल भेजने के बाद मुझे उसकी सुरक्षा की चिंता होती रहती है बीते दिनों गुरुग्राम और दिल्ली के स्कूलों में 7 और 5 साल के मासूम बच्चों के साथ जो दर्दनाक हादसे हुए हैं, उनके बारे में सोच कर ही रूह कांप जाती है. मन ये सोच कर ही घबरा जाता है कि जिनके बच्चों के साथ ये दरिंदगी होती है, उन पर क्या गुज़रती होगी. देश में बाल यौनशोषण एक गंभीर समस्या बन चुकी है. Read More MORE STORIES 2 बच्चियों को होमवर्क न करने की मिली सज़ा, टीचर ने पूरी क्लास के सामने खुलवाये शर्ट के बटन होमवर्क यानि की गृहकार्य न करने पर क्या सज़ा मिलती है. क्लास के बाहर जाना, छड़ी या डस्टर से मार या फिर बेंच पर खड़ा कर...