दूसरों की मदद करने में जो ख़ुशी मिलती है, वो किसी और काम में कहां?
Newsletter #ArzKiyaHai EDITOR'S PICK एक प्रोफ़ेसर ने गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए ट्रेनों में मांगी भीख और जुटा लिए 50 लाख से अधिक रुपये 'हिम्मत-ए-मर्दा तो मदद-ए-खु़दा' कहते हैं अगर किसी काम को हिम्मत से किया जाए, तो ऊपर वाला भी उस काम में आपका पूरा साथ देता है. ऐसा ही कुछ मुंबई के संदीप देसाई के साथ भी हुआ. पेशे से प्रोफ़ेसर, संदीप को कई दफ़ा मुंबई की लोकल ट्रेन में यात्रियों से पैसे मांगते हुआ देखा गया. Read More TRENDING STORIES मानुषी की इन 15 तस्वीरों को देखकर यकीन हो जाएगा कि स्टाइल और फ़ैशन सेंस में उनका कोई सानी नहीं है हरियाणा के सोनीपत में जश्न का माहौल है. चीन के सनाया में आयोजित की गई मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता में 20 साल की मानुषी छिल...