अपने अस्तित्व के लिए लड़ती संस्कृत भाषा कर्नाटक के एक गांव की मातृभाषा है
Newsletter #SochAajKi NEWS कर्नाटक के संस्कृत बोलने वाले इस गांव में हर परिवार से एक शख्स है सॉफ्टवेयर इंजीनियर जहां एक तरफ़ भारत के लोग संस्कृत को पीछे छोड़ते जा रहा है, वहां कर्नाटक के शिमोंग ज़िले स्थित मत्तूर गांव के किसी घर में आप दाखिल होंगे, तो आपको 'भवतः नाम किम' (आपका नाम क्या है?), 'कथम अस्ति' (आप कैसे हैं?) और 'कॉफ़ी व चायं किम इच्छति' (आप क्या लेना पसंद करेंगे, चाय या कॉफी) जैसे संस्कृत शब्द सुनाई देंगे. Read More पाकिस्तान की जेल में कैद मध्य प्रदेश के बेटे ने लिखा अपनी मां को 'अंतिम पत्र' पाकिस्तान की जेल में बंद मध्य प्रदेश के बालाघाट में रहने वाले सुनील उईके ने अपनी ...