11 महीने के बच्चे को छोड़ कर शहर में दंगाइयों से निपट रही थी गौरी पराशर जोशी
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कपड़े फटे, चोट लगी फिर भी IAS गौरी ने शहर को उस नुकसान से बचाया, जिसकी उम्मीद ले कर दंगाई आये थे बीते शुक्रवार सीबीआई की विशेष अदालत ने जैसे ही राम रहीम को बलात्कार का दोषी घोषित किया, वैसे ही पंचकुला, सिरसा समेत हरियाणा के कई ज़िलों में हिंसा, आगजनी जैसी घटनायें सामने आने लगी. आलम ये था कि दंगाई, मीडिया कर्मियों और आम लोगों की भी निशाना बना रहे थे. | ||||||||||||||||||||||||||||||||||
'टमाटर तोड़ दो' जैसे Coded Messages के ज़रिये पंजाब और हरियाणा में डेरा भक्तों ने की थी हिंसा 25 अगस्त, 2017 को अगले कुछ महीनों तक याद रखा जाएगा. इस दिन देश को दिखा अंधभक्तों का भयानक तांडव. इधर कोर्ट में डेरा सच्चा सौदा के गुरमीत राम रहीम सिंह 'इंसान' उर्फ़ MSG को दो साध्वीयों के बलात्कार का दोषी पाया और उधर भक्तों ने हिंसा फैला दी. सोचने वाली बात तो ये है कि एक ही वक़्त पर अलग-अलग जगह हिंसा कैसे भड़क गई? देखते ही देखते स्थिति इतनी बेकाबू हो गई की पुलिसवालों को भी जान बचाकर भागना पड़ा. | ||||||||||||||||||||||||||||||||||
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