विदेश मंत्री हुईं मेहरबान भारतीय पासपोर्ट अब हिंदी और अग्रेज़ी, दोनों में मिलेगा
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इस टीवी शो में 10 साल के बच्चे की पत्नी 18 साल की लड़की है, और ये कहीं से भी Entertaining नहीं है अभी कल ही की बात है, ऑफ़िस में हम सब चर्चा कर रहे थे कि हमारा बचपन कितना अच्छा था. शक्तिमान और सोन परी के वो दिन हमें आज भी याद आते हैं. Malgudi Days, तू तू मैं मैं, Yes Boss, Left Right Left के साथ हमने बचपन जिया. | ||||||||||||||||||||||||||||||||||
परियों के देश जैसा है महाराष्ट्र का ये गांव, यहां रात की पहरेदारी करते हैं जगमग करते लाखों जुगनू दुनिया में शायद ही कोई होगा, जो अपने बचपन को याद नहीं करता होगा. पतंग लूटना, खेतों में जाकर गन्ने चुराना, भरी दोपहर में दोस्तों के साथ मैच खेलना और न जाने क्या-क्या चीज़े थीं, जो बड़े होने के बाद छूट गई. इन्हीं में से सबकी एक और मनपसंद चीज़ थी, रात में चमकते जुगनू पकड़ना. शहर में तो जुगनू देखने को मिलते ही नहीं, इसीलिए आज के शहरी बच्चों को जुगनुओं के बारे में कम ही पता है. बचपन के इसी याद को फिर से ताज़ा कर रहा है, महाराष्ट्र का एक गांव पुरुषवाड़ी. | ||||||||||||||||||||||||||||||||||
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