अब वक़्त है कि सरकारें हवा हवाई दावे छोड़कर ऐसे फैसले लें
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8000 की नौकरी करने वाला बन गया 50 लाख का मालिक, राजू को Gentleman बनने में लगे सिर्फ़ 7 साल नौकरी, चाहिए तो सभी को, पर मिलती क़िस्मतवालों को ही है. मिलने पर भी सभी लोग उससे संतुष्ट नहीं हो पाते और नौकरियां बदलते रहते हैं. कुछ तीस मार खां तो 2-3 महीने में ही नौकरियां बदल लेते हैं. ऐसे असंतुष्टों के लिए ही है श्याम कुमार की कहानी. | ||||||||||||||||||||||||||||||||||
पत्रकार ने पूछा, 'पसंदीदा Men क्रिकेटर कौन', मिथाली ने दिया वो जवाब कि आप भी कहेंगे, क्या मारा है! By Sanchita हमारे देश में लड़कियों को खेलने की आज़ादी कम ही दी जाती है. हम शुक्रगुज़ार हैं, उन महिला खिलाड़ियों के जिनके कारण अब लड़कियां भी स्पोर्ट्स में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने लगी हैं. लेकिन आज भी महिला खिलाड़ियों को पुरुष खिलाड़ियों की अपेक्षा कम तवज्जो दी जाती है. इसका सबसे अच्छा उदाहरण है क्रिकेट, हां वही खेल, जिसे अब देशभक्ति से जोड़कर देखा जाने लगा है. | ||||||||||||||||||||||||||||||||||
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