इस पांच साल की बच्ची को दूध या चॉकलेट नहीं, अपना घर खाना पसंद है!
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ये मां अपनी बेटी की खाने की आदत से परेशान है, वो दीवार, कारपेट और खिलौने खा जाती है क्या मानसिक स्थिति होगी उस मां की जो इस बात से परेशान है कि उसकी बेटी खाती बहुत है. ये पहली लाइन पढ़ने में आपके दिमाग में इस मां की एक नकारात्मक छवि ज़रूर बनी होगी. लेकिन क्या हो अगर हम बतांए कि इसकी बेटी खाने में दीवार, कारपेट और जूते के स्ट्रैप खाती है. | ||||||||||||||||||||||||||||||||||
रक्तदान को महादान बना रही है इनकी 'Simply Blood' मुहीम, ज़रूरतमंदों तक सीधे पहुंच रहे हैं Donor इस देश में लगभग हर दूसरे या तीसरे व्यक्ति को ख़ून की ज़रूरत पड़ती है और किसी न किसी फ़ैमिली में किसी व्यक्ति की मौत टाइम पर ख़ून न मिलने की वजह से होती है, इनमें ज़्यादातर एक्सीडेंट विक्टिम होते हैं. भारत में ब्लड डोनेशन को लेकर यूं तो काफ़ी जागरूकता आई है, लेकिन अभी भी कई लोग हैं, जिन्हें ब्लड बैंक माफ़िया की वजह से किसी अपने को खोना पड़ता है. | ||||||||||||||||||||||||||||||||||
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