इंडिया-ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरे टेस्ट की ये हाईलाइट सालों तक याद की जाएगी

Newsletter
     
  
 
  

#SochAajKi

  
 
   
 
  

TRENDING STORIES

  
 
     
  स्टीवन स्मिथ के पैरों के बीच में अटकी थी बॉल और कैच करने को तैयार थे विकेटकीपर रिद्धिमान साहा  
 
    
 
  

इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरा टेस्ट मैच रांची में चल रहा है. पहले बैटिंग करते हुए ऑस्ट्रेलिया के स्टीवन स्मिथ और ग्लेन मैक्सवेल कमान संभाले हुए हैं. इस मैच में एक बॉल डली और हमारे होनहार विकेटकीपर रिद्धिमान साहा ने परम सहस दिखाते हुए ऐसा कैच लेने की सोची, जो हर कोई नहीं ले सकता.  Read More

  
     
  लोग अपने बॉस से रोज़ डांट खाते हैं, पर एक करोड़पति बॉस है, जो कभी अपने स्टाफ़ पर नहीं चिल्लाया  
 
    
 
  

आज लगभग हर ऑफ़िस जाने वाला इंसान अपने बॉस की डांट से परेशान रहता है, पर आपको जान कर हैरानी होगी कि एक ऐसा बॉस भी है, जो कभी अपने कर्मचारियों पर नहीं चिल्लाया.  Read More

  
 
  

MORE STORIES

  
 
  


500 और 2000 रुपये के नए नोटों की छपाई पर, 2.87 रुपए से ले कर 3.77 रुपए होते हैं खर्च

पिछले साल नवम्बर में नोटबंदी की मार में कई लोग का दिवालिया निकल गया. राजनीतिक पार्टियों ने भले ही इसका विरोध किया, पर वो भी खुलकर प्रधानमंत्री के इस कदम की सराहना करते नज़र आये. बीते कुछ दिनों से नोटबंदी का असर थोड़ा कम होने लगा है, लोगों के हाथों में अब आसानी से 500 और 2000 रुपये के नोट दिखने लगे हैं.


  
  


'कट्टप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा', इसकी गुत्थी सुलझाने आ गया है बाहुबली 2 का ट्रेलर

पिछले साल आयी ब्लॉकबस्टर फ़िल्म, बाहुबली ने हर किसी को अपना दीवाना बना दिया था. भारतीय दर्शकों को पहली बार इतने बड़े लेवल पर VFX की भरमार लिए एक्शन सीन्स देखने को मिले थे. बाहुबली और भल्लाल देव की कड़ी टक्कर भी सभी को याद है. इस फ़िल्म ने जाते-जाते सभी को बस एक सवाल के साथ छोड़ दिया था, 'कट्टप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा?'


  
 
  Follow Us On:  
     
 






This email was sent to teamdotfun.tiyastatus99@blogger.com
why did I get this?    unsubscribe from this list    update subscription preferences
ScoopWhoop Media Pvt. Ltd. · A-4, Green Avenue Street, · Church Road, Vasant Kunj · New Delhi 110070 · India

Comments

Popular posts from this blog

जवानों के इस समर्पण को सलाम है.

यहां आ जाने के बाद वापसी की उम्मीदें भी दफ़न हो जाती हैं.

वृंदावन की विधवाओं के बेरंग जीवन में भरे होली के रंग