घर से बाहर लड़कियों के टचअप करने से लोगों को इतनी प्रॉब्लम क्यों है?

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  ये तथ्य साबित करते हैं कि आखिर क्यों नीले रंग को दुनियाभर में माना गया है दुख और तकलीफ़ का प्रतीक  
 
    
 
  

रंगों का हमारे मनोविज्ञान पर काफ़ी गहरा प्रभाव पड़ता है. कुछ रंग हमारे दिलो-दिमाग को सुकून देते हैं, तो वहीं कुछ रंग देखते ही मन उचट सा जाता है. हाल ही में कई रिपोर्ट्स ऐसी आई हैं, जिनके अनुसार नीले रंग को दुख और उदासी वाला बताया गया है. नीला रंग हमारे मूड पर काफ़ी नकारात्मक प्रभाव डालता है.  Read More

  
     
  मनीष सिसोदिया, वो शिक्षाप्रेमी, जिसने 20 महीनों में दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था का चेहरा बदल दिया  
 
    
 
  

28 दिसंबर 2013 को पहली बार आम आदमी को साथ लेकर चलने का वादा करते हुए हुए आम लोगों की पार्टी ने दिल्ली में सरकार बनाई. नाम था आम आदमी पार्टी और इसका नेतृत्व कर रहे थे अरविन्द केजरीवाल. साथ में कमान संभाली मनीष सिसोदिया, कुमार विश्वास, शाज़िया इल्मी, प्रशांत भूषण, शान्ति भूषण, पत्रकारिता छोड़ कर आये आशुतोष ने. ये पार्टी एक मिडिल क्लास आदमी की पार्टी थी, जिसमें कोई सैनिक था, कोई पत्रकार था, कोई नौकरशाह था और कोई प्रोफ़ेसर.  Read More

  
 
  

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अफ़सोस, टीचर का खौफ़ इस कदर था कि इस स्टूडेंट ने पढ़ाई के बदले फांसी लगाना ही मुनासिब समझा

स्कूल एक ऐसी संस्था होती है, जहां स्टूडेंट्स को सही ज्ञान के साथ-साथ न सिर्फ़ किताबी शिक्षा दी जाती है, बल्कि उनकी नैतिकता का निर्माण भी किया जाता है. मगर अफ़सोस कि शिक्षा के अलावा अब स्कूलों में बहुत कुछ हो रहा है. अब वो गुरु-शिष्य वाली परंपरा भी नहीं रही, जिसमें बच्चों को उनके गुरु बड़े प्यार से पढ़ाया करते थे. बच्चे हंसी-खुशी स्कूल जाया करते थे. मगर अब हालात बदल गये हैं. स्टूडेंट्स अब स्कूल और टीचर के नाम से ही थर-थर कांपने लगते हैं. अब पढ़ाई में कमज़ोर छात्रों को कुछ टीचर द्वारा पीटा जाता है, प्रताड़ित किया जाता है. जब स्टूडेंट्स की सहनशीलता जवाब दे देती है, तो परिणाम मौत के रूप में नज़र आता है. कुछ टीचरों की गलतियों के कारण आज बहुत से स्टूडेंट्स को अपनी जान गंवानी पड़ रही है.


  
  


पब्लिक ट्रांसपोर्ट में काजल या लिपस्टिक लगाती हुई उस लड़की को सब इतना क्यों घूरते हैं?

घर से ऑफिस जल्दी में निकलने की वजह से कभी-कभी बेसिक मेकअप करना रह जाता है. तो मैंने ऑफिस पहुंचे ही सीट पर बैठ कर काजल लगा लिया, ताकि हुलिया थोड़ा सही लगे. जैसे ही अपनी सीट पर वापस आई, मेरे कलीग ने कह दिया, 'यार तुमसे से उम्मीद नहीं थी'.


  
 
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