अपने अस्तित्व के लिए लड़ती संस्कृत भाषा कर्नाटक के एक गांव की मातृभाषा है

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  कर्नाटक के संस्कृत बोलने वाले इस गांव में हर परिवार से एक शख्स है सॉफ्टवेयर इंजीनियर  
 
    
 
  

जहां एक तरफ़ भारत के लोग संस्कृत को पीछे छोड़ते जा रहा है, वहां कर्नाटक के शिमोंग ज़िले स्थित मत्तूर गांव के किसी घर में आप दाखिल होंगे, तो आपको 'भवतः नाम किम' (आपका नाम क्या है?), 'कथम अस्ति' (आप कैसे हैं?) और 'कॉफ़ी व चायं किम इच्छति' (आप क्या लेना पसंद करेंगे, चाय या कॉफी) जैसे संस्कृत शब्द सुनाई देंगे.  Read More

  
     
  पाकिस्तान की जेल में कैद मध्य प्रदेश के बेटे ने लिखा अपनी मां को 'अंतिम पत्र'  
 
    
 
  

पाकिस्तान की जेल में बंद मध्य प्रदेश के बालाघाट में रहने वाले सुनील उईके ने अपनी मां को वहां से 'आखिरी खत' लिखा है. इस खत में उन्होंने लिखा है कि "हो सकता है कि ये मेरा 'अंतिम खत' हो, मां तुम मुझे खत लिखती रहना. गर सब कुछ सही रहा, तो हो सकता है मैं जल्द ही घर वापस आ जाऊं."  Read More

  
 
  

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ओलंपिक कुश्ती के फ़ाइनल मुकाबले में हार कर भी लाखों लोगों का दिल जीत गये रशियन पहलवान Aniuar Geduev

ईद पर आई सलमान खान की फ़िल्म 'सुल्तान' तो आप सब ने देखी होगी, अखाड़े में पहलवानों को पटकते हुए, सलमान खान ने अपनी बोली और अपने अंदाज़ से एक बार फ़िर लोगों का दिल जीत लिया. कुश्ती पर आधारित इस फ़िल्म में एक पहलवान जिस तरह से खुद को अखाड़े के लिए तैयार करता है, उसकी केवल एक झलक भर इसमें नज़र आती है.


  
  


यह कांस्टेबल पेट में लेकर घूम रहा था 40 चाकू, सर्जरी कर डॉक्टरों ने बचाई जान

आदमी का दिमाग भी अजीब चीज़ है, पता नहीं दिमाग में कब कौनसी बात आ जाये और वो क्या कर बैठे. जिस तरह आज की भागती-दौड़ती ज़िन्दगी में इंसान फंसता जा रहा है, वह उतना ही ज़्यादा तनाव का शिकार हो रहा है. तनाव की स्थिति में वो कब क्या कर बैठे, उसे ख़ुद को भी इसका अंदाज़ा नहीं होता है.


  
 
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