ये बच्चा भारत की सीमा में आ गया था.
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इन 10 संस्कारों के पीछे है विज्ञान का लॉजिक, जो साबित करता है कि हम ज़माने से समझदार हैं भारतीय संस्कृति ने हमें ढेरों संस्कार विरासत में दिए हैं. हिन्दू धर्म से जुड़े कई ऐसे संस्कार आज भी हम पूरी श्रद्धा के साथ निभाते जा रहे हैं, जो विज्ञान के अनुसार भी काबिलेतारीफ हैं. ज़रा सोचिए कि हमारे पूर्वज कितने बुद्धिमान और जागरूक थे. उन्होंने जीवन के लिए आवश्यक बातों को संस्कार रुपी धागे में पिरोकर हमें पहना दिया, जिसे पीढ़ी दर पीढ़ी संजोया जाता रहा है. | ||||||||||||||||||||||||||||||||||
नेपाली छात्रा की हैंडराइटिंग पर दुनिया हो रही है फ़िदा, कंप्यूटर में भी नहीं मिलेगा ऐसा फॉन्ट बचपन में जब बच्चा स्कूल जाना शुरू करता है, तो सबसे पहले उसको अक्षरों को पहचानना सिखाया जाता है और उसके बाद लिखना. बचपन से ही पेरेंट्स और टीचर्स बच्चे की हैंडराइटिंग पर बहुत ज्यादा ध्यान देते हैं. परीक्षा में कुछ मार्क्स साफ़-सुथरी हैंडराइटिंग के लिए भी मिलते थे. टीचर्स का ये भी कहना होता है कि एक अच्छा स्टूडेंट होने के लिए अच्छी याददाश्त के साथ-साथ अच्छी हैंडराइटिंग की भी बेहद ज़रूरी होती है. | ||||||||||||||||||||||||||||||||||
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