ख़ुदा के घर देर है, अंधेर नहीं
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सिर्फ़ इंसानों में ही नहीं, भगवानों में भी रहे हैं नारीवादी, जिसका पुख़्ता सबूत हैं भगवान श्रीकृष्ण भगवान कृष्ण स्त्री अधिकारों के अनन्य योद्धा हैं. वे जीवन भर एक पूर्ण नारीवादी की भूमिका में थे. उनकी जन्मभूमि ब्रज में राधा एक बेहद सम्मानित, श्रेष्ठ और पूज्य स्त्री हैं, स्वयं कृष्ण भी उनकी सेवा करते हैं. राधा इतनी सबल हैं कि उनके नेतृत्व में सखियों की पूरी पलटन खड़ी है. | ||||||||||||||||||||||||||||||||||
किडनैप होने के 10 साल बाद अपने जन्मदिन पर दोबारा अपने मां-बाप से मिला एक बेटा बचपन में बिछड़े बच्चे की कहानी तो आपने सुनी ही होगी, जो बड़े होने पर अपने परिवार से दोबारा मिलता है. फिल्मों में ऐसी ही कई कहानियां देख-देख कर हमने अपना बचपन भले ही गुज़ार दिया हो पर ऐसी कहानी हमें सच में देखने को मिले, तो इस पर यकीन कर पाना थोड़ा मुश्किल है. | ||||||||||||||||||||||||||||||||||
टेस्ट ट्यूब तकनीक नई नहीं, बल्कि है पुरानी, सालों पहले महाभारत में हो चुका है ज़िक्र क्या आप जानते हैं की भारत के ऋषि-मुनि टेस्ट ट्यूब बेबी पद्धति से परिचित थे, धृतराष्ट्र के 100 पुत्रों का जन्म वास्तव में इसी तकनीक से हुआ था. जब गांधारी ने पहली बार गर्भ धारण किया, तो दो वर्ष बीतने के बाद भी उन्हें कोई संतान नहीं हुई. तब एक ऋषि ने उन्हें गर्भ को 101 मिट्टी के बर्तनों में डालने का उपाय बताया, क्योंकि गांधारी के लिए बच्चे को जन्म दे पाना संभव नहीं था. | ||||||||||||||||||||||||||||||||||
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